कॉग्रेस ओर एनसीपी के बीच का विवाद भलेही खुत्म
होते नजर आ रहा हो , एनसीपी अध्यक्ष शरद ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज
चव्हाण को फिर एक बार आडे हातो लीया है । विवाद के बाद शरद पवार पहली बार मीडीया
से बात कर रहे थे ।
एनसीपी ओर
कॉग्रेस के बीच की सुलगती चिंगारी अभी बुछी नही है ।
शरद पवार अभी
भी है महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण से खफा ।
शरद पवार ने
फिर एक बार दोहराया है की मुख्यमंत्री एनसीपी के विभागोमे हस्तक्षेप ना करे ।
दबाव के राजनिती मे
माहीर शरद पवार कॉग्रेस के साथ की नाराजगी के लढाई मे हारे या जीते इसका फैसला
होनेमे शायद कुछ ओर देर लगे । लगता तो यही
है की शरद पवार की महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण से नाराजगी अभी तक
दुर नही हुवी है । नाराजगीके 10 दिननोके मानमुन्नवर के बाद पवार मिडीया से पहली बार नवी मुंबई मे बात कर रहे थे
। कृषीमंत्रालय का जीम्मा पवार ने भेलेही
संभाल लीया हो लेकिन पवार की नाराजगी अभी भी शब्दोसे बया हो रही है । पवार ने साफ
कर दीया है की कॉग्रेस ने समन्वय ओर निर्णय प्रक्रिया मे सलाह मश्वरा करने का
आश्वासन दिया है । इतना नही पवार ने ये भी साफ कर दिया की आनेवाले दिनोमे अपेक्षा
है की महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एनसीपी के विभागो मे हस्तक्षेप नही करेंगे ।
शरद पवार के नाराजगी
की एक वजहा महाराष्ट्र के एनसीपी के सिचाई
घोटाले को बताया जा रहा था , इसपर पवार ने कहा की अगर मुख्यमंत्री इस मामेले मे
व्हाईट पेपर निकाल ने मे लापरवाही दिखाते है तो मैने सिचाई मंत्री को कहा है की वह
मिडीया के सामने व्हाईट पेपर प्रकाशित करे । पवार ने बिला नाम लीये चव्हाण को ये
तक बता दिया वह जनता से चुनकर नही आते ओर एनसीपी के सभी नेताओके जनता चुनकर देती
है ।
शरद पवार के तेवरो
से ये तो साफ हो जाता है की पवार केद्र से कम ओर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से
जादा खफा है । साफ है की आनेवाले दिनोमे
दोनो दलोमे तु तू मै मै का सिलसीला लगातार नजर आयेगा .
निलेश खरे
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